1. सरकार की कुल आय और कुल व्यय के बीच का अंतर क्या कहलाता है -
उत्तर - बजटीय घाटा
2. आगम घाटा (Revenue Deficit) बजटीय घाटे से कम होगा, यदि
उत्तर -पूंजी खाते में अतिरिक्त (Surplus) हो ।
3. राजकोषीय घाटा बराबर (Fiscal Deficit) है -
उत्तर - राजकोषीय घाटा = राजस्व आय + पूंजी आय ( केवल कर्जे की वसूली तथा अन्य आय)
4. भारत में घाटे की वित्त व्यवस्था से आशय है -
उत्तर - बजट के घाटे को पूरा करने के लिए मुद्रा की पूर्ति में वृद्धि करना
5. राजकोषीय घाटे में से ब्याज अदायगियों को घटाने पर शेष बचेगा -
उत्तर - प्रारंभिक घाटा
6. मूल्य वर्धित टैक्स अर्थात वैट लगाया जाता है -
उत्तर - उत्पादन की अंतिम बिक्री तक प्रत्येक स्तर पर
7. भारत में वित्त आयोग का मुख्य कार्य है -
उत्तर - केंद्र तथा राज्यों के बीच राजस्व का वितरण करना
8. राजकोषीय नीति के संबंध में सत्य कथन चुनें -
उत्तर - प्रत्यक्ष करों की दरें विवेकी होनी चाहिए और इन करो की प्रशासनिक व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए।
-- कराधान के साधन आवंटन और न्यायशीलता के परिणाम का महत्व स्वीकार करना और उचित महत्व देना।
दोनों कथन सही है।
9. भारत में घाटे की वित्त व्यवस्था किसके लिए संसाधनों को बढ़ाने के लिए उपयोग की जाती है -
उत्तर - सर्व सार्वजनिक ऋण चुकाने के लिए
10. भारत लोक वित्त के संदर्भ में सत्य कथन चुने -
-- निरंतर अधिऋण ने अर्थव्यवस्था में वास्तविक ब्याज दरों को ऊंचा किया।
-- हाल ही के वर्षों में राजकोषीय घाटे और सकल घरेलू उत्पाद के बीच बढ़ते अनुपात का निजी निवेशों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
-- ब्याज की अदायगी केंद्र सरकार के योजनात्तर राजस्व व्यय का अकेला सबसे बड़ा घटक है।
उत्तर - सभी कथन सही हैं।
11. संघीय बजट में राजकोषीय घाटे का क्या अर्थ है -
उत्तर - बजट घाटे और आंतरिक तथा बाह्य ऋणदान में निवल वृद्धि का योग
12. सुमेलित करें -
उत्तर - राजकोषीय घाटा - ऋणदाताओं को घटाकर कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता
बजटीय घाटा - कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता
राजस्व घाटा - राजस्व प्राप्तियों की तुलना में राजस्व व्यय की अधिकता
प्राथमिक घाटा - ऋणदाताओं एवं ब्याज अदायगीयों को घटाकर कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता
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